Quest code (444 & 550)
🌷शिर्किया क़व्वाली सुनने वालों
अल्लाह का कलाम भी सुनो🌷….
____________________________
💠शायर कहता है: –
“भर दो झोली मेरी या मुहम्मद,
लौट कर न जाउंगा ख़ाली”।
🌹अल्लाह कह रहा है: –
“ऐ नबी! लोगों से कह दीजिए कि तुम्हारे नफ़ा और नुक़सान का इख़्तियार सिर्फ़ अल्लाह के पास है”।(सूरह जिन्न)
_____________________________
💠शायर कहता है: –
“शाहे मदीना सारे नबी तेरे दर के सवाली”।
🌹अल्लाह कह रहा है: –
“ऐ लोगों! तुम सिर्फ़ अल्लाह के दर के फ़क़ीर हो”।(सूरह फ़ातिर)
_____________________________
💠शायर कहता है:-
“ख़ुदा के पास सिवाय वहदानियत के क्या रखा है,
जो मांगना है दर ए मुस्तफ़ा से मांग”।
🌹अल्लाह कह रहा है:-
“जो मांगो सिर्फ़ मुझसे मांगो बेशक मैं ही तुम्हारी दुआ क़ुबूल करता हूँ”।(सूरह मोमिन)
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
➡शिर्किया क़व्वाली सुनकर झूमने वालों उस दिन से डरो जिस दिन अल्लाह हिसाब लेगा।
👉🏻क्या कहोगे कि हम क़ुरान तो पढ़ते थे मगर सिर्फ़ मुर्दों को बख़्शने के लिए,
👉🏻दुकान और मकान की ख़ैर ओ बरकत के लिए,
👉🏻या यह कहोगे कि क़ुरान तो तूने आलिमों के समझने के लिए नाज़िल किया था हमारे लिए नहीं।
____________________________
🌙अल्लाह तआला हम सबको क़ुरान के मुताबिक़ ज़िन्दगी गुज़ारने की तौफ़ीक़ अता फ़रमाए और जाहिल शायरों की शिर्किया शायरी सुनने से बचाए।
💐आमीन
Yeh Shariat ki roshni may wazaahat kar dijye
Ejaz
Ahmedabad
Quest code (550)
خدا کے پاس سیوا ئے وحدانیت کے کیا رکھا ہے. جو مانگنا ہے درے مصطفے سے مانگ. یہ ایک وھابی کا سوال ہے. وہ کھتا ہے کہ یہ شرکیہ کلمہ ہے وہ کھتا ہے کہ اللہ کے پاس کیا نھیں ہے جیسا کہ قوال لوگوں کا کہنا ہے کہ خدا کے پاس وحدانیت کے سیوا کیا رکھا ہے اسکا جواب عنایت کریں تو بہتر ھوگا. محمد مظھرالحق قادری رضوی